बुधवार, 1 अप्रैल 2009

वीओआई- कब मिलेगी दूसरी किश्त

वीओआई- वॉइस ऑफ इम्प्लॉई
वॉइस ऑफ इंडिया चैनल की धांधली बदस्तूर जारी है। कंपनी अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों तक को नहीं बख्श रही है। महीनों सैलरी के लिए इंतजार नहीं करने को तैयार पत्रकारों ने वीओआई को इस्तीफा दिया तो उनके साथ प्रबंधन ने एग्रीमेंट (कोई और विकल्प प्रबंधन ने छोड़ा ही नहीं) का नाटक किया। मेहनताना जो बन रहा था उसके भुगतान के लिए कंपनी ने कर्मचारियों से जबरन मोहलत ले ली और पांच किश्तों में भुगतान का एग्रीमेंट हुआ।
नाराज कर्मचारियों के तेवर देख जैसे-तैसे कंपनी ने फरवरी माह के आखिर में पहली किश्त का भुगतान तो कर दिया लेकिन अब दूसरी किश्त के लिए फिर कर्मचारियों को चक्कर पे चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
कई दिनों तक वीओआई ऑफिस के चक्कर लगाने के बाद आखिरकार अब कर्मचारी अदालत में जाने पर विचार कर रहे हैं। इस जंग में कई पत्रकार साथी शामिल हैं। कुछ साथी जो अब तक अपने बकाया भुगतान का इंतजार कर रहे हैं वो भी अब अदालत का दरवाजा खटखटाने का इरादा कर चुके हैं।
आखिर कब तक प्रबंधन का झांसा चलता रहेगा?
आखिर कब तक लोग कंपनी की मनमानी झेलते रहेंगे?
आखिर कहीं तो होगी सुनवाई?
आखिर कभी तो मिलेगा इंसाफ?
वीओआई प्रबंधन के खिलाफ पत्रकार साथियों की इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाना ही होगा और आप सभी से अपील है कि आवाज से आवाज मिलाएं।

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