बुधवार, 23 सितंबर 2009

खुदा का शुक्र है , तबादला रद्द हो गया

दोस्तों, दीदी जीजाजी बेंगलोर से वापस ट्रेन में बैठ चुके हैं। कोशिशों की कामयाबी की खुशी के साथ। हेड ऑफिस में एक डी जी एम् साहेब ऐसे मिले जिन्होंने इस मामले में आगे बढ़कर दिलचस्पी ली और तबादला रद्द करवा दिया।
चलिए इसी बहाने एक बार फ़िर ये विश्वास पुख्ता हुआ कि सिस्टम में अभी कुछ अच्छे लोग बचे हैं, जो भावनाओं, मुसीबतों को समझते हैं और फैसले लेने का हौसला भी रखते हैं ।
आप सभी का शुक्रिया जिन्होंने इस मुसीबत में सहानुभूति दिखाई और हमारा हौसला बनाये रखा।

1 टिप्पणी:

Aadarsh Rathore ने कहा…

बहुत खुशी की बात है...
:)
हिम्मत मिली कि इस दुनिया में अच्छे लोग भी हैं। आस्था और प्रगाढ़ हुई परम पिता परमेश्वर के न्याय पर...